Wednesday, August 12, 2009

जीवन को सरिता करना है

इक मकसद जीवन में रखकर, जीवन को इक मकसद कर कर
नवनीत जीवन इक जीना है

हर आंसू को मोती कर कर, आंखों में सपना भर कर
जीवन को आशा करना है

मन में भावों को भर कर, भावों को सुमन कर कर
उपवन जीवन को करना है

बूंदों से तृप्ति कर कर, मेघों में खुशियाँ भर कर
"ह्रदय" जीवन को सरिता करना है

No comments:

Post a Comment